CG Board Class 10 SST Solutions Chapter 11 20वीं सदी में संचार माध्यम media in the 20th century

Class 10 SST Solutions Chapter 11 media in the 20th century

 

Class 10 SST 

 Chapter 11 

20वीं सदी में संचार माध्यम

media in the 20th century 

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प्रश्न 1. क्या आप उन तरीकों की एक सूची बना सकते हैं जिनकी मदद से आप तक खबरें व विचार और अन्य सूचनाएं पहुँचती हैं? 

उत्तर- रेडियो, दूरदर्शन (टीवी.), कंप्यूटर, मोबाइल इंटरनेट, फैक्स, समाचार पत्र, पत्रिका आदि तरीके से खबरें व विचार और सूचनाएँ हम तक पहुँचती है।

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प्रश्न 2. क्या आपके स्कूल में कोई पत्र-पत्रिका आती है? आपके घर या आसपास में कौन-सी पत्रिका लोग पढ़ते हैं? उनके प्रकाशक कौन हैं?

उत्तर- 

        क्र.पत्र / पत्रिका का नामदैनिक, साप्ताहिक या मासिक  प्रकाशक का नाम
1.द हिन्दू के कस्तुरीदैनिकअय्यंगार परिवार
2.टाइम्स ऑफ इंडियादैनिकसाहू जैन परिवार

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प्रश्न 3. कुछ बड़े परिवारों का नियंत्रण पत्रिकाओं पर क्यों हो जाता है? इसका समाज और देश की राजनीति पर क्या प्रभाव हो सकता है? 

उत्तर- भारत में समाचार पत्र व पत्रिकाओं को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना गया है । भारत में कई समाचार पत्र या पत्रिकाओं ऐसे हैं, जिन पर बड़े परिवारों का नियंत्रण है ये बड़े परिवार इन पत्रिकाओं का उपयोग अपने पक्ष में प्रचार प्रसार तथा अपना प्रभाव स्थापित करने के उद्देश्य से करते है । इस प्रकार की पत्रिकाएँ व समाचार पत्र निष्पक्ष नही होते है ये परिवार यदि सरकार के समर्थक है तो उनकी पत्रिकाएँ सरकार की नीतियों का समर्थन करती है। और यदि ये परिवार सरकार के विरोधी है तो सरकारी नीतियों का विरोध करत है। इस प्रकार ये पत्र – पत्रिकाएँ निष्पक्ष नहीं हो पाती, इससे देश की राजनीति में निष्पक्ष पत्रकारिता पर सवाल उठने लगते है ।

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प्रश्न 4. क्या विज्ञापन देने वाले भी पत्रिकाओं पर प्रभाव डाल सकते हैं, कैसे? 

उत्तर- हाँ, विज्ञापन देने वाले भी पत्रिकाओं पर प्रभाव डाल सकते है क्योंकि विज्ञापन से प्राप्त राशि पत्रिकाओं के लिए आर्थिक सहयोग होती है। केवल पत्रिकाओं की बिक्री से छपाई खर्च, कर्मचारियों का वेतन रख रखाव करना कठिन काम है ।

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प्रश्न 5. भारत जैसे देशों में सरकार ही पत्रिकाओं को सबसे अधिक विज्ञापन देते हैं। इसका पत्रिकाओं पर क्या प्रभाव होगा?

उत्तर- सरकार पत्रकारों को सबसे अधिक विज्ञापन देती है इससे सरकारी नीतियों, काम काज, उपलब्धियों की जानकारी जनता तक पहुँचती है। सरकारी नीतियों / उपलब्धियों के कारण ये पत्रिकायें अधिक मात्रा में बिकती है। सरकार को इन पर लगने वाला खर्च भी बचता है। बिना शुल्क के विज्ञापन हो जाता है ।

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प्रश्न 6. कक्षा में चर्चा करें कि किस तरह की सूचना संसाधन का रूप ले लेती है? इसके क्या उदाहरण हो सकते हैं? 

उत्तर- इलेक्ट्रानिक माध्यम से सूचना का आदान प्रदान तीव्रता से होता है वस्तुओं के दाम घटने – बढ़ने, उपलब्ध होने, कृत्रिम अभाव आदि के कारण व्यापार में तेजी से परिवर्तन हो जाता है । यहीं सूचनायें से साधन का रूप ले लेती है ।

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प्रश्न 7. आपके दैनिक जीवन में जो सूचना आपको खुशी देते हैं क्या उन्हें भी एक संसाधन माना जा सकता है। पक्ष या विपक्ष में अपने तर्क दें। 

उत्तर- हाँ दैनिक जीवन की सुखद सूचनायें एक ऐसी संसाधन होती है जिससे मनुष्य अपने कार्यों को दिशा दे सकता है । कभी कभी सूचनाओं का स्वरूप दिशा और दशा दोनों को परिवर्तित कर देती है ।

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प्रश्न 8. अपने बुजुर्गों से पता करें कि उनके समय में टेलीग्राम या तार का क्या उपयोग था? अब यह उपयोग क्यों खत्म हो गया? 

उत्तर- हमारे बुजुर्गों के समय में टेलीग्राम या तार का प्रयोग किसी आकस्मिक घटना की सूचना या कोई अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जल्दी दूसरी जगह पहुंचाने के लिए किया जाता था। पहले तीव्रगामी संचार माध्यम के रूप में टेलीग्राम का उपयोग किया जाता था । उस समय टेलीफोन मोबाईल जैसे संचार माध्यम नहीं थे ।

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प्रश्न 9. फिल्मों के आने से पहले लोगों का मनोरंजन कैसे होता था? फिल्म और उन साधनों के बीच आप किस तरह के अंतर और समानता देख सकते हैं? 

उत्तर- फिल्मों के आने से पहले लोगों के मनोरंजन के लिए नाट्य गृह बनाए जाते थे जहाँ विभिन्न पात्र अभिनय द्वारा लोगों का मनोरंजन करते थे। इसमें मंच पर नाटक, नृत्य, काव्य, पाठ आदि गतिविधियां होती थी । इसमें और फिल्मों में कई समानताएँ एवं असमानताएँ देखी जा सकती है।

1. दोनों मनोरंजन के उत्तम साधन है ।

2. कलाकारों की पहचान बनती है। सबको रंगमंच मिलता है ।

असमानताएं –

1. पूर्व के साधनों से सीमित लोग प्रत्यक्ष रूप से कलाकारों को देखकर मनोरंजन करते थे ।

2. फिल्मों में कलाकार प्रत्यक्ष रूप से सामने नहीं होते, एक बार वे अभिनय करते है । उसे हमेशा फिल्म के रूप में देखा जा सकता है ।

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प्रश्न 10. क्या आप अपने अनुभव से टेलीविजन के उपर्युक्त प्रभाव के कुछ उदाहरण दे सकते हैं?

उत्तर- टेलीविजन के कुछ प्रभाव निम्नलिखित है-

1. लोग अब अधिकांश समय टीवी. के सामने गुजारते है। जिससे वे सामाजिक व सार्वजनिक गतिविधियों में कम भाग लेते है।

2. बच्चे टेलीविजन ज्यादा देखते है और खेलने कूदने तथा पढ़ाई में कम समय लेते है।

3. लोगों का दायरा संकुचित हो रहा है ।

4. पारिवारिक दूरियां कम होती जा रही है ।

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प्रश्न 11. आपके घर या पड़ोस में कौन-कौन से चैनल देखे जाते हैं? उनमे  से निजी चेनल कौन से हैं और सरकारी कौन से?

उत्तर- हमारे घर में या पड़ोस में अनेक चैनल देखे जा सकते है –

1. स्टार प्लस, 2. स्टार स्पोर्ट्स, 3. जी. टी. वी., 4. ए. बी. पी, 5. आज तक 6. सब टी. वी., 7. सोनी, 8. जी. न्यूज, 9. सुदर्शन न्यूज़ आदि 

निम्नलिखित सरकारी चैनल देखे जाते है –

1. दूरदर्शन 2. डी. डी., 3. डी. डी. न्यूज

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प्रश्न 12. अगर समाचार केवल सरकारी चैनल से ही मिले तो उसका क्या प्रभाव पड़ेगा?

उत्तर- अगर समाचार सरकारी चैनल से ही मिले तो उसमें विश्वसनीयता अधिक होती है क्योकि दूरदर्शन से अलग नए टेलीविजन चैनलों की रणनीति अधिकाधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से प्रेरित होती है । व्यावसायिक टेलीविजन चैनल अधिक से अधिक दर्शकों तक पहुँचने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा भी करते है, जिससे बनावटीपन एवं दिखावे की प्रवृत्ति उत्पन्न होती है । सरकारी चैनल में पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता होने के कारण दुष्परिणाम नहीं होते ।

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प्रश्न 13. किसी घटना के बारे में समाचार जानने के लिए आप किस चैनल को विश्वसनीय मानते हैं? 

उत्तर- किसी भी घटना के बारे में समाचार जानने के लिए सरकारी चैनल से विश्वसनीय और उपयुक्त कुछ भी नहीं हैं। क्योंकि अन्य टी. वी. चेनलो में प्रतिस्पर्धा अधिक होती है और वह समाचार को अधिक चढ़ा- बढ़ा कर दिखाते है । अतः सरकारी चैनल पर सरकारी संचार विभाग का नियंत्रण होता है इसमें सत्यता ज्यादा होती है इसलिए विश्वसनीयता अधिक होती है।

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प्रश्न 14. किस चैनल में समाज की समस्याओं पर अधिक ध्यान दिया जाता है? 

उत्तर- सरकारी चैनल में समाज की समस्याओं पर अधिक ध्यान दिया जाता है ।

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प्रश्न 15. किस चैनल में आपको अपराध, सेक्स, हिंसा आदि अधिक दिखता है? 

उत्तर- निजी टी.वी. चैनल पर केवल अपराध, सेक्स, हिंसा आदि अधिक दिखाते है इससे समाज पर गलत प्रभाव पड़ता है ऐसे निजी टी.वी चैनल पर प्रतिबंध की आवश्यकता होती है।

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प्रश्न 16. किस चैनल में आपका अधिक मनोरंजन होता है?

उत्तर- पारिवारिक एवं सामाजिक पक्षों को दर्शाने वाले चैनल में मनोरंजन अधिक होता है। इसके साथ ही संगति नृत्य, नाटक प्रदर्शित करने वाले चैनल भी मनोरंजन के उत्तम साधन है ।

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प्रश्न 17. विज्ञापनों के माध्यम से जीवनशैली संबंधी नई-नई आकांक्षाओं की ओर दर्शकों को प्रेरित करने का कार्य किया जाता है। कक्षा में चर्चा करें कि विज्ञापनों के दावे किस हद तक सही होते है ? 

उत्तर- विज्ञापनों के माध्यमों से दर्शकों को लुभाया जाता है विज्ञापनों को इस प्रकार से प्रस्तुत किये जाते है ताकि देखने वाला प्रभावित होकर दिखाई गई वस्तु को खरीदे। विशेष रूप से आजकल बच्चों द्वारा प्रयोग की जाने वाली ऐसी वस्तुओं के लुभावने विज्ञापन दिखाए जाते है । जो वास्तव में बच्चों के लिए हानिकारक होते है। क्योंकि दावे प्रलोभनों के लिए होता है । वास्तविक सत्य को दर्शाने वाले नहीं होते है इससे समाज में लोलुपता, उदंग और असमानता बढ़ती है ।

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प्रश्न 18. क्या आपने इंटरनेट का उपयोग किया है? उसके अनुभव के बारे में कक्षा में सभी को बताएं ।

उत्तर- हाँ, मैं हमेशा इंटरनेट का उपयोग करता हूँ मै इंटरनेट के द्वारा निम्नलिखित काम करता हूँ –

1.इंटरनेट मुझे पढ़ाई में मदद करता है। इंटरनेट के द्वारा अनेक दुर्लभ जानकारियाँ उपलब्ध हो रही है।

2.सूचना का आदान प्रदान में इंटरनेट के द्वारा फेसबुक और व्हाट्सएप चलाता हूँ तथा सूचनाओं, चित्रों व वीडियो का आदान प्रदान करता हूँ ।

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प्रश्न 19. क्या आप ने इंटरनेट के माध्यम से किसी अपरिचित व्यक्ति से दोस्ती या चर्चा की है- उसके बारे में भी कक्षा में बताएँ । 

उत्तर- इंटरनेट के माध्यम से किसी अपरिचित व्यक्ति से दोस्ती की है । पर किसी बात पर चर्चा नहीं की है क्योंकि यह विश्वसनीय नहीं लगता है ।

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प्रश्न 20. आपने वैश्वीकरण या भूमंडलीकरण के बारे में पढ़ा होगा। वैश्वीकरण और संचार व मीडिया में हुए बदलाव के बीच आपको क्या संबंध दिखता है?

उत्तर- वर्तमान में भूमंडलीकरण वैश्वीकरण की प्रक्रिया का परिणाम है वैश्वीकरण संपन्न करने में संचार और मीडिया की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही है। संचार और मीडिया विश्व में लोगों को जोड़ने व आपसी संवाद और कार्यवाही के माध्यम बन गई है इंटरनेट और डिजिटल क्रांति के चलते आज हर व्यक्ति विश्व से जुड़ सकता है। संचार और मीडिया ने विश्व को निकट ला दिया है । संचार और मीडिया ने वैश्वीकरण को गति, दिशा एवं समानता प्रदान की है यह आज की प्रमुख आवश्यकता बन गयी है।

अभ्यास:-

प्रश्न 1. इन वाक्यों में से गलत वाक्यों को छाँटकर उन्हें सुधार कर लिखें :

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प्रश्न क. फिल्म एक मास मीडिया है।

उत्तर- यह वाक्य सही है | 

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प्रश्न ख. रेलगाड़ी एक मास मीडिया है।

उत्तर-  रेलगाड़ी एक परिवहन एवं यातायात का साधन है।

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प्रश्न ग. रेडियो का उपयोग प्रारंभ में सैनिक उपयोग के लिए था । 

उत्तर- यह वाक्य सही है | 

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प्रश्न घ. अमेरिका में सरकार ही रेडियो और टेलीविजन के प्रसारण कर सकती थी । 

उत्तर- यह वाक्य सही है | 

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प्रश्न ड. इंटरनेट का उपयोग करने के लिए लैपटॉप या कंप्यूटर की जरूरत है। 

उत्तर- यह वाक्य सही है | 

प्रश्न 2. इन प्रश्नों का उत्तर संक्षेप में दें:- 

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प्रश्न क. सामान्य संचार माध्यम जैसे पत्र और मास मीडिया में क्या अन्तर है ?

उत्तर- सामान्य संचार माध्यम जैसे पत्र को किसी निश्चित व्यक्ति या व्यक्तियों को लिखा जाता है जबकि मास मीडिया में कुछ लोग चर्चा करते है और बहुत संख्या में लोग देखते और सुनते है । मास मीडिया का प्रसारण बहुत लोगों तक पहुंचता है।

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प्रश्न ख. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के चार प्रमुख उदाहरण दें। 

उत्तर- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के चार प्रमुख उदाहरण –

1. टेलीग्राम 2. रेडियो, 3. टेलीविजन, 4. टेलीफोन

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प्रश्न ग. अपने प्रदेश में बिकने वाले चार प्रमुख समाचार पत्र और चार पत्रिकाओं के नाम लिखिए। 

उत्तर- अपने प्रदेश में बिकने वाले चार प्रमुख समाचार पत्र-

1. दैनिक भास्कर, 2 नव भारत 3. देशबंधु 4. हरिभूमि 

चार पत्रिकाएँ-

1. बाल भास्कर, 2. सेहत 3. स्पेक्ट्रम, 4. बालभूमि

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प्रश्न घ. छपाई माध्यम और डिजिटल माध्यम के बीच प्रमुख फर्क क्या है?

उत्तर- छपाई माध्यम के खबर या समाचार इकट्ठा करने की प्रक्रिया में बहुत समय लगता है। सबसे पहले हम शब्दों को कागज पर प्रिंटर या प्रेस के द्वारा छापते है जबकि डिजिटल माध्यम में

कंप्यूटर या मोबाइल में लेखन अंक या चित्र बिना छापे ही संग्रह कर सकते है। कहीं भी भेज सकते है।

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प्रश्न ड. मोबाईल फोन का लोकतांत्रिक आंदोलनों में क्या उपयोग हुआ कुछ उदाहरण देकर बताएँ। 

उत्तर- नये युग में मोबाइल फोन में इंटरनेट सुविधा के बाद लोकतांत्रिक आंदोलन में सोशल मीडिया के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका अपनाई है। जैसे कि मोबाइल फोन में व्यक्ति एक से अधिक व्यक्ति से बात कर सकता है । तथा मोबाइल के माध्यम से क्या देखना चाहता है उसे वह अपने द्वारा निर्मित समय में देख सकता है पिछले लोकसभा चुनाव में इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर हुआ ।

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प्रश्न 3. मुद्रित माध्यम और टीवी के संप्रेषण में आप क्या समानता और अंतर देखते हैं? किसमें सोच विचार और चिंतन के लिए अधिक संभावना है और आपको कौन सा माध्यम अधिक प्रभावी लगता है? 

उत्तर- मुद्रित माध्यम व टी.वी संप्रेषण में निम्नलिखित समानता है-

1. दोनों माध्यमों द्वारा ही समाचार एवं सूचनाओं का आदान प्रदान होता है।

2. दोनों माध्यमों से हमारा मनोरंजन होता है ।

3. दोनो ही माध्यमों से समाज में ज्ञान वृद्धि होती है ।

4. समाचार पत्र व टी. वी. दोनो ही सरकार की समीक्षा और जनता की समस्याओं को उठाया है और समालोचना करते है।

अंतर -1.समाचार पत्र को केवल पढ़ सकते है। जबकि टी. वी. हम सुन सकते है और देख भी सकते है । अतः टी. वी. से अनपढ़ व्यक्ति भी लाभ उठा सकता है।

2.समाचारपत्र जहाँ हमें समाचार देर से देता है,वहीं टीवी हमें त्वरितघटनाओं की जानकारी देताहै।

3. मुद्रित माध्यम से हम घटनाओं को देख नहीं सकते टी.वी. के द्वारा हमें दूर घटित घटनाओं को देख सकते है ।

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प्रश्न 4. आधुनिक संचार माध्यम के विभिन्न पहलुओं सूचना देना, संवाद का माध्यम बनाना, मनोरंजन और लोगों की सोच और अभिरूचियों को प्रभावित करना, उन पर सरकार की निगरानी रखना इत्यादि दृष्टि से मोबाइल फोन की समीक्षा करें।

उत्तर- मोबाइल का प्रभाव आज के समाज में बहुत तीव्रगति से हुआ है इसका प्रभाव यह है कि व्यक्ति की भूमिका अब बढ़ने लगी है व्यक्ति मोबाइल के माध्यम से समाज में अपनी बाते रख रहा है तथा सूचना के आदान प्रदान एवं संवाद के माध्यम में अब वह मूक ग्राहक और सक्रिय भागीदार बन गया है। मोबाइल का उपयोग मनोरंजन के रूप में किया जा रहा है। मनोरंजन के रूप में वह क्या देखना चाहता है या पढ़ना चाहता है क्या जानकारी पाना चाहता है उसे वह अपने द्वारा निर्धारित समय में देख सकता है अपने विचार और चित्रों को भी प्रसारित कर सकता है। यह मोबाइल और इंटरनेट है तो आप सारी दुनिया जुड़े है अपनी सोच से दुनिया को अवगत करा सकते है । मोबाइल व इंटरनेट से व्यक्ति पूरे विश्व से जुड़ सकता है और दुनिया भर की जानकारी, मनोरंजन के साधन और लोगों का संपर्क पा सकता है । किन्तु आज यहीं संचार माध्यम का भी गढ़ बन गया है। सरकार की इस दृष्टि से इस पर निगरानी आवश्यक है ।

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प्रश्न 5.लोकतांत्रिक संविधान नागरिकों को विचार और अभिव्यक्ति की आजादी देता है। ऐसे में सरकार द्वारा संचार माध्यमों पर नियंत्रण या फिर सेंसरशिप कितना उचित है?

उत्तर- लोकतांत्रिक संविधान प्रत्येक नागरिक को अपने विचार अभिव्यक्ति की आजादी देती है लेकिन इस आजादी की संवैधानिक एवं सामाजिक सीमाएँ आवश्यक है यदि ये सीमाएँ नहीं होगी तो आजादी उच्च श्रृंखला में बदल जाएगी। अगर सरकार का संचार माध्यमों पर नियंत्रण नहीं रहेगा तो इन माध्यमों का दुरुपयोग होने लगेगा जो समाज और हमारे लिए घातक होगा। इन माध्यमों का उचित उपयोग हो इसके लिए सरकार इन पर निगरानी व सेंसरशिप आवश्यक है ।

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प्रश्न 6. मास मीडिया बड़े कंपनियों या घरानों के नियंत्रण में क्यों आ जाते हैं? किस तरह की मीडिया इनके नियंत्रण से मुक्त हो सकते हैं? 

उत्तर- मास मीडिया अक्सर बड़े कंपनियों या घरानों के नियंत्रण में आ जाते है इसका कारण यह है मास मीडिया को चलाने के लिए बहुत अधिक पूंजी की आवश्यकता होती है । यहीं नही इसे चलाने के लिए विज्ञापनों की जरूरत थी जो केवल बड़ी कंपनियां ही दे सकती थी । इतनी तादाद पर पत्रिकाएँ छापकर हर क्षेत्र और प्रदेश में पहुँचा सकते थे इसलिए छोटे प्रकाशन नहीं कर सकते थे इसलिए मास मीडिया बड़े कंपनियों या घरानों के नियंत्रण में आ जाते है ।शासकीय चैनल दूरदर्शन या आकाशवाणी बड़ी कंपनियों या बड़े घरानों के नियंत्रण से मुक्त रहते है ।

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प्रश्न 7. क्या यह कहना सही है कि हमें वही सूचनाएँ मिलती हैं जो बड़ी कंपनियों और सरकार चाहती हैं और हमें अपने हित की बातें जानने और समझने से रोका जाता है? 

उत्तर- यह देखा जा रहा है कि वर्तमान युग के मॉस मीडिया सार्वजनिक चर्चाओं की केन्द्रीकृत करता है और विमश की जगह मनोरंजन पर जोर देता है पहले छोटे समूहों में चर्चा होती थी और उसमें लोगों की भागीदारी अधिक थी लेकिन मॉस मीडिया द्वारा संचालित बहस बहुत कम लोगों में होता है। और लाखों लोग उसे देखते है जिन्हें बोलने व अपने विचार रखने के मौके नही है उदाहरण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन का दावा था कि इराक के राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन विनाशकारी जैविक अस्त्र तैयार कर रहे है और अगर उन्हें जबरन न रोका जाए तो पूरे विश्व को खतरा ही इस बात को जिसका कोई तथ्यात्मक आधार नहीं था उसे अमेरिका मीडिया द्वारा खूब प्रचार किया गया।

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प्रश्न 8. आधुनिक मॉस मीडिया में विज्ञापनों की क्या भूमिका है?

उत्तर- आधुनिक मॉस मीडिया में विज्ञापनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। मॉस मीडिया और चैनलों के मालिकों की कमाई का सबसे बड़ा साधन विज्ञापन है । मॉस मीडिया में विज्ञापन का सबसे बड़ा फायदा यही है कि थोड़े समय का विज्ञापन लोग बड़ी संख्या में देखते है ओर जब कोई विज्ञापन नियमित रूप से देखते है तो उसके उपयोगकर्ताओं की संस्था भी तेजी से बढ़ती है आज जिस

उत्पादन के विज्ञापन जितने अधिक लुभावने होते है । उस उत्पादन की बिक्री उतनी ही अधिक बढ़ जाती है। आज निजी चैनलों की रणनीति अधिकाधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से प्रेरित है। यह व्यावसायिक चैनल अधिक से अधिक दर्शकों तक पहुंचने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा व्यावसायिक टेलीविजन चैनलों को लगातार नए- नए विषयों की खोज के लिए प्रेरित करते है । परिणाम स्वरूप व्यावसायिक चैनलों के आने के बाद मनोरंजन कार्यक्रम और टीवी में विज्ञापनों की संस्था बढ़ने लगी है ।

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प्रश्न 9. किस तरह के संचार माध्यम आज गायब हो रहे हैं? उनकी जगह किसने ली? कुछ उदाहरण दें।

उत्तर- आज टेलीग्राम टेलीग्राम तार पेजर जैसे माध्यम गायब हो , रहे है | उनकी जगह आज मोबाइल , कम्पूटर , इंटरनेट फैक्स , ई -मेल ने ले ली है | कही पर संदेशं जल्दी भेजना होता था तो तार करते थे आज लगभग सभी के पास मोबाइल है | जिससे तुरन्त सूचना मिल जाती है | सितम्बर 1960 को राष्ट्रपति पद के दावेदारों रि वर्ड निवन्सन एवं ज्ञान एक कैनडी की बहस को पहली बार टेलीविजन चैनलों द्वारा प्रसारित किया गया | इस चुनाव में टेलीविजन प्रसारण के दौरान युवा जोशीले और तैयार दिखने वाले कैनडी को वने पसीने से लथपथ और बुजुर्ग दिखने वाले निवन्सन की तुलना में अधिक वोट मिली | इस चुनाव का परिणाम राजनीती में टेलीविजन के प्रभाव के एक नइ पहलू को उजागर किया | 

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प्रश्न 10. चुनाव में किस-किस तरह के संचार माध्यमों का उपयोग किया जाता है? क्या आपको लगता है। कि इससे पैसे और चमक-धमक वालों के जीतने की संभावना अधिक बढ़ जाती है? 

उत्तर- आज चुनाव में टी . वी पर बड़े – बड़े विज्ञापन रेडियों प्रसारण टी . वी चैनलों में बताए मोबाइल पर सन्देश टिवटर फेसबुक , वाटसएप आदि संचार माध्यमों का उपयोग किया जाता है | यह आंशिक रूप से सही नहीं है कि पैसे और चमक दमक वालों के जीतने की सम्भावना बढ़ जाती है | आज वही व्यक्ति जीतने में सफल होता है | जो इन माध्यमों का उचित प्रयोग कर जनता में विश्वास दिलाने में सफल हो जाता है कि उसकी नीतियां अच्छी और अच्छा प्रशासन देने मे सफल होगा |  

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