Class 10 SST
Chapter 6
मानव अधिवास human habitation
अभ्यास :-
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सही उत्तर चुनकर लिखिए –
प्रश्न 01. जापान में मकान का निर्माण लकड़ी या हल्की वस्तुओं से किए जाने का कारण है –
अ. वर्षा
ब. भूकंप
स. पवन
द. सामाजिक मान्यता
उत्तर : ब
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प्रश्न 02. सड़क के किनारे स्थित नगर का प्रतिरूप होता है –
अ. तारा प्रतिरूप
ब. शरीफ प्रतिरूप
स. रेखीय प्रतिरूप
द. वृत्ताकार प्रतिरूप
उत्तर : स
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प्रश्न 03. पाँच से दस लाख तक की जनसंख्या वाले बसाहट को कहते हैं –
अ. कस्बा
ब. महानगर
स. नगर
द. वृहद नगर
उत्तर : ब
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प्रश्न 04. लंदन किस नदी के किनारे स्थित है –
अ. टेम्स नदी
ब. हडसन नदी
स. मिशिगन नदी
द. मस्कवा नदी
उत्तर : अ
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें :-
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प्रश्न 01. मानव के लिए आवास क्यों आवश्यक है?
उत्तर- आवास मनुष्य की प्राथमिक आवश्यकता है इनके निर्माण एवं प्रकार पर जलवायु का प्रभाव पड़ता है। अवास के कारण हम मौसम संबधी परिवर्तनों एवं प्राकृतिक आपदाओ से सुरक्षित रहते हैं। हर समाज को अपने सदस्यों को रहने के लिए स्थान एवं सुविधाएं दिलवाने के लिए व्यवस्था करनी पड़ती है। कई राष्ट्रों, राज्यो, जिलो नगरों और अन्य मानवीय बस्तियों की प्रशासनिक संस्थाओं में आवास संबंधी प्राधिकरण होते हैं।
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प्रश्न 02. क्राल क्या है?
उत्तर- सुरक्षा गोपनीयता एकान्तता मकानों के निर्माण में महत्वपूर्ण होते है जैसे मसाई अपनी सुरक्षा का ध्यान रखकर क्राल का निमार्ण करते है। उसे क्राल कहते है।
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प्रश्न 03. राजस्थान के मकानों की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर- राजस्थान के मकानों की विशेषताएं-
1) राजस्थान के मकानों की दीवार मोटी बनाई जाती है। ताकि गर्मी कम लगे।
2) मकानों के निर्माण में जहाँ जो संसाधन आसानी से उपलब्ध है। प्राय: उसी का उपयोग कर मकान का निर्माण किया जाता है जैसे राजस्थान में संगमरमर के पत्थर आसानी से पाया जाता है इसलिए यहाँ के मकान में संगमरमर का उपयोग किया जाता है।
3) राजस्थान में वर्षा कम होती है। इस कारण वहाँ मकान की छत चौरस होती है। 4) खिड़कियो के ऊपर छज्जे बनाये जाते है I तथा मकानो के निचे वर्षा जल संग्रहण हेतु टैंक बनाया जाता है I
5) राजस्थान के शुष्क क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता निर्णायक कारक है, इसलिए वहाँ मकान किसी तालाब या कुएँ के आस – पास संकेन्द्रित होते है I
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प्रश्न 04. बकतरा गाँव किस योजना में शामिल है?
उत्तर- बकतरा गाँव ‘पुरा’ (PUARA) योजना में शामिल है I
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प्रश्न 05.क्या कारण है कि ब्रिटेन के मकानों में मुख्य द्वार पूर्व या दक्षिण-पूर्व में रखा जाताहै?
उत्तर- ब्रिटेन में तीव्र गति से चलने वाली पछुआ हवाओं के कारण मकानों का रूख पूर्व या दक्षिण पूर्व रखा जाता है।
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प्रश्न 06. जलवायु के विभिन्न घटक किस प्रकार मकानों के निर्माण को प्रभावित करते हैं? उत्तर- जलवायु के विभिन्न घटक मकानों के निर्माण को प्रभावित करते है। भूमध्य रेखीय प्रदेशों में जहां वर्षा अधिक होती है। वहाँ लोगो मचानों पर बने झोपड़ी मे रहते हैं। शुष्क प्रदेशों में मिट्टी के मकान, घास के मैदानों में तम्बुओं तथा टुण्ड्रा जैसे शीत प्रदेशों में बर्फ के बने मकानों में निवास करते है। तापमान वायु की गति एवं वर्षा की मात्रा आर्द्रता आदि जलवायु के कारण भी मकानों के निर्माण को प्रभावित करती है। प्राय: शीत एवं शीतोष्ण प्रदेशों मे प्रात: कालीन सूर्य की किरणों से लाभान्वित होने के लिए मकान का मुख्यद्वार पूर्व की ओर रखा जाता है I ऊष्ण प्रदेशों में कड़ी धूप से बचाने के लिए मुख्यद्वार पर छप्पर डालते है तथा दीवार की मोटाई अधिक रखी जाती है। ब्रिटेन में तीव्र गति से चलने वाली पछुआ हवाओं के कारण मकानों का रुख पूर्व या दक्षिण रखा जाता है जहाँ वर्षा कम होता है वहाँ मकान की छत चौरस और अधिक वर्षा वाले भागों में ढलवां छत बनाई जाती है I दरवाजों और खिड़कियों पर छज्जे बनाये जाते हैं I मकानों के निर्माण में धरातलीय उच्चावच का ध्यान रखा जाता है I
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प्रश्न 07.नगरीकरण से कौन-कौन सी समस्याएं उत्पन्न हो रही है? उदाहरण देकर समझाइए उत्तर- स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात देश में नगरीय जनसंख्या तेजी से बढ़ी है। जिसके कारण निम्नलिखित समस्याएं उत्पन्न हो रही है I
1) पर्यावरणीय समस्या- नगरों में जनसंख्या वृद्धि के कारण सबसे ज्यादा प्रदूषण वायु तथा जल में देखने को मिलता है। महानगरों में प्रदूषण का मुख्य कारण वाहनों एवं औधोगिक संस्थानो द्वारा मिश्रित विषैले रसायन है। जिसमें सल्फर डाइऑक्साइड कार्बन मोनोऑक्साइड सीसा एवं नाइट्रस ऑक्साइड होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक घातक है। इस तरह बढ़ती नगरीकरण की प्रवृति ने जल को भी प्रभावित किया है I अवासों की बढ़ती संख्या के कारण वर्षा का जल रिसकर अंदर नही जा पाता फलस्वरूप धरातलीय जल स्तर में कमी हो रही है। महानगरों में स्थित कल कारखानों का जल नदी नालों में बहा दिया जाता है जिसके कारण नदियों का जल पीने योग्य नहीं रहता है दिल्ली के पास यमुना मात्र एक नाला बनकर रह गई है। कानपुर स्थित चमड़े के कारखानो के कारण गंगा नदी का जल उपयोगी नहीं रह गयी I
2) आवास की समस्या – भारत के विभिन्न महानगरों की कुल नगरीय आबादी का एक बड़ा भाग झुग्गी झोपड़ियों में निवास करता है। इन झोपड़ियों मे निवास करने वाले ग्रामीण क्षेत्रो में स्थानान्तरित निर्धन तबके लोग होते होते है I जो अर्थाभाव के कारण उच्च वर्ग के लोगो की बस्तियों के किनारे झुग्गी बनाकर रहने लगते है। इनका शैक्षिक स्तर निम्न होता है तथा नगरों की साफ सफाई व्यवस्था का बोध न होने के कारण शहरी वातावरण संकटमय हो जाता है। यद्यपि इन्हीं बस्तियों से सस्ती दर पर अमीर घरों में काम करने वाले श्रमिक सुलभ होते है। अमीरी-गरीबी की बढ़ती हुई इस खाई के कारण गरीबों में अपराधिक भवना भी पनपती है जिससे मानव जीवन तनावग्रस्त हो जाता है।
3) रोजगार की समस्या- जिस अनुपात में नगरों की जनसंख्या की वृद्धि हो रही है उसी अनुपात में रोजगार में वृद्धि नहीं हो पा रही है। गांव से शहरों की ओर अधिक स्थानान्तरण होने के कारण शहरों में कम मजदूरी पर कार्य करना पड़ता है। जिससे सामाजिक अर्थव्यवस्था बढ़ती जाती है। इस तरह भारत में बढ़ते नगरीकरण के कारण कई समस्या पैदा हो गई है।
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प्रश्न 08. ग्रामीण अधिवास और नगरीय अधिवास की तुलना कीजिए ।
उत्तर- ग्रामीण अधिवास और नगरीय अधिवास की तुलना-
क्र. | ग्रामीण अधिवास | नगरीय अधिवास |
1. 2. 3. 4. 5. | ग्रामीण अधिवास में अधिकतर किसान निवास करते है इनके प्रमुख कार्य खेती करना होता है I यहाँ प्राधिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु उत्पादन होता है I गाँव की जनसंख्या कम होती है I कृषि प्रधान अधिवास में मुख्य बसाहट से हटकर घरों के समूह होते है उन्हें पुरवा, टोला, पारा आदि नामों से जाना जाता है I गाँव में परिवहन सुविधाएं कच्ची सड़क बैलगाड़ी ट्रेक्टर होते है I | नगरीय अधिवास का विकास धीरे होता है I प्राचीन काल में नगरों का विकास व्यापार केंद्रों के विकास के रूप में हुआ है Iयहाँ निर्मित माल का उत्पादन होता है I नगरों की जनसंख्या अधिक होती है I नगरों में अप्राकृतिक उत्पादन संबंधी क्रियाओं की प्रधानता पाई जाती है I वहाँ भी निर्माण परिवहन व्यापार तथा वाणिज्य शिक्षा, बैंक मनोरंजन एवं शासन प्रशासन संबंधी कार्य किया जाता है Iनगरों में परिवहन सुविधाएँ पक्की सड़क रेलमार्ग वायुमार्ग आदि है I |
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प्रश्न 09: नगर की विकास अवस्थाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर- किसी भी नगर का विकास एक छोटे से अधिवास के रूप में होते है । धीरे – धीरे वह बढ़ता हुआ कस्बा बाजार नगर महानगर एवं विशालकाय नगर का रूप धारण कर लेता है। किसी नगर का विकास निम्नलिखित अवस्थाओं में होता है-
1. पूर्व बचपन इस अवस्था में कुछ दुकान व मकान एक ही स्थान पर होते है एक – दो सड़के होती है सामान्य रूप से परिवेश ग्रामीण लगता है ।
2. शैशवावस्था – इस दशा में केन्द्रीय भाग की तरफ व्यापारिक क्षेत्र बन जाता है रहने योग्य मकान में दुकान बन जाती है I
3. किशोरावस्था – इसमें नगर की सड़कें गलियां अधिक विकसित होने लगती है । आवासीय व व्यावसायिक क्षेत्र व्यवस्थित होने लगता है । जनसंख्या का प्रसार बाहर की ओर होने लगता है ।
4. प्रौढ़ावस्था – इस अवस्था में नगर के आवासीय व औधोगिक क्षेत्र अलग दिखाई पड़ने लगते है आवासीय क्षेत्र उनके भागो में बंट जाते हैं आबादी बढ़ने से बहुमंजिला मकान बनाने लग जाते है ।
5. अधेड़ावस्था – यह नगर विकास व वैभव की चरमावस्था होती है I व्यापारिक औधोगिक आवासीय व प्रशासनिक क्षेत्र अलग हो जाते है ।
6. वृद्धावस्था – यह नगर विकास की अंतिम दशा है जिसमें उसका विकास अवरुद्ध हो जाता है I समरकंद, कुस्तुन्तुनिया, मुल्तान, बुखारा आदि इसी प्रकार के नगर है ।