CG Board Class 10 Hindi Solutions Chapter 1.1 चंद्रगहना से लौटती बेर

 

CG Board Class 10 Hindi Solutions Chapter 1.1 चंद्रगहना से लौटती बेर


पाठ से –

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प्रश्न 1. अलसी के मनोभावों का वर्णन कीजिए?

उत्तर- प्रस्तुत कविता में कवि ने प्रकृति की सुन्दरता का वर्णन किया है I अलसी एक तिलहन फसल है जो की चने के खेत के पास है जिसको देखकर ऐसा लगता है कि मानो वह पौधा अपने पतले और लचीले तनों के बल पर झूम रहा है I उस पर खिला नीला फुल उसकी सुन्दरता पर चार चाँद लगा रहा है I जो भी प्रकृति के इस मनोरम दृश्य को देखेगा वह मंत्रमुग्ध हो जायेगा I 

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प्रश्न 2. विजन किसी व्यापारिक नगर से क्यों श्रेष्ठ है ?

उत्तर- विजन अर्थात निर्जन स्थान से हैI कवि के कहने का मतलब यह है कि व्यापारिक नगर में व्याप्त कोलाहल प्रदुषण और सवेंदनहीनता से लाख गुना यह निर्जन स्थान अच्छा और उपजाऊ है जहाँ प्रकृति की सुन्दरता चारो तरफ विराजमान है I 

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प्रश्न 3. काले माथे वाली चिड़िया किस तरह से मछली पकड़ती है ?

उत्तर- काले माथे वाली चिड़िया अत्यंत चतुर तथा फुर्तीली है I दूर आसमान से ही वह तालाब में तैरती हुई सफ़ेद मछली को देखकर अचानक तालाब के सतह अर्थात ऊपरी जल पर आक्रमण कर अपनी पीली चोंच में मछली दबाकर उड़ जाती है I 

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प्रश्न 4. “बांधे मुरैठा शीश पर” इस पंक्ति के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है ?

उत्तर- इस पंक्ति के माध्यम से कवि प्रकृति के अनुपम छटा का वर्णन करता है और कहता है की चने के छोटे से पौधे के ऊपर खिला हुआ फुल इस तरह लग रहा है कि जैसे कोई अपने सिर पर पगड़ी बाँध सज के खड़ा हो अर्थात् साधारण चीजों में भी असाधारण सौन्दर्य दिखता है और उस सौन्दर्य को शहरी विकास के तीव्र गति के बीच भी अपनी सवेंदनाओ को सुरक्षित रखना चाहता है I यहाँ प्राकृतिक संस्कृति की एकता का बोध होता है I 

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प्रश्न 5. “ देखता हूँ मैं स्वयंवर हो रहा है , प्रकृति का अनुराग अंचल हिल रहा है I इस पंक्तियों में प्रकृति के किस दृश्य की ओर संकेत किया गया है I 

उत्तर- प्रस्तुत पंक्तियों के माध्यम से कवि कहना चाहता है कि प्रकृति परिवर्तनशील है, जिस प्रकार चना , अलसी और सरसों की प्राकृतिक सुन्दरता दिखाई पड़ती है I उससे यह बोध होता है कि जैसे यह स्वयंवर हो रहा है प्रकृति अपने प्रेम और अनुराग से इन्हें सिंचित कर रही है I अर्थात् खेती में उगे सरसों के पौधे ऐसे प्रतीत होते है मानो फागुन भी हवा के साथ वह अपना आँचल लहरा रहे हो I

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प्रश्न 6. प्रेम की प्रिय भूमी को अधिक उपजाऊ क्यों बताया गया है ?

उत्तर- प्रकृति की अनुपम छटा को देखकर कवि का ह्रदय प्रेम स्नेह से ओत -प्रोत हो जाता है अर्थात् ऐसा दृश्य देखकर कवि के मन में भी प्रेम का बीज अंकुरित होने लगता है I इसलिए कवि ने कहा है कि प्रेम की प्रिय भूमि अन्य जगहों से अधिक उपजाऊ है I 

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प्रश्न 7. निम्नांकित पंक्तियों के भावार्थ लिखिए-

 (क) एक चाँदी का बड़ा -सा गोल खम्बा आँख को है चकमकाता I 

(ख) सुन पड़ता है वनस्थली का ह्रदय चीरता उठता – गिरता सारस का स्वर I 

(क) उत्तर- प्रस्तुत पंक्तियों के माध्यम से कवि कहना चाहता है कि जब तालाब के जल में सूर्य की किरण पड़ती है तो उसका प्रतिबिम्ब जल पर एक चाँदी के खम्बे की तरह दिखाई देता है और कवि के आँखों को चकाचौंध करता है I 

(ख) उत्तर- प्रस्तुत पंक्तियों के माध्यम से कवि कहना चाहता है कि पक्षियों के आवाजों के बीच “सारस” की जंगल को भेदने वाली ध्वनि सुनाई पड़ती है जो कभी घटती है कभी बढती है I यह सब सुनकर कवि भी सारसो के बीच जाने की कल्पना करता है I 

पाठ से आगे – 

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प्रश्न 1. अपने आस – पास के किसी प्राकृतिक स्थल का वर्णन किजिए , जिसके दृश्य आपको इस पाठ को पढ़ते समय याद आ जाते हैं I 

उत्तर- हमारे छतीसगढ़ राज्य में ऐसे बहुत से प्राकृतिक स्थल है I जिसमें एक है मेरा गाँव जो कि गरियाबंद जिले के जतमई क्षेत्र में आता हैं I यह वनक्षेत्र से घिरा हुआ क्षेत्र हैं , जिसमे प्रकृति की अनुपम छटा का आभास होता हैं I यहाँ पर सभी ऋतुओं की अलग – अलग प्राकृतिक छटा देखने को मिलती हैं I वन प्राणियों और पशु – पक्षी तथा खेतो की लहलहाती फसलो का सौन्दर्य देखते ही बनता हैं I यहाँ पर प्राकृतिक रूप से बहते हुए झरने को देखकर लगता है जैसे दूध की धारा पर्वतों के बीच से बह रही हैं और नदी के साफ जल में मछलियों को देखने का अनुभव अपने आप में अनूठा हैं I पक्षियों का कोलाहल कानो को अति प्रिय लगता हैं जैसे कि कोई माँ अपने बच्चो को मधुर स्वर में लोरियाँ सुना रही हो I 

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प्रश्न 2. एक कोलाहल भरे घनी आबादी वाले नगर तथा शांत ग्रामीण अंचल की तुलना कीजिए और बताइए कि दोनों में से कौन -कौन सी बाते आपको पसंद हैं और कौन -कौन सी नापसंद I अपनी पसंदगी और नापसंदगी का कारण भी लिखते हुए इसे एक तालिका के माध्यम से दर्शाइए I 

उत्तर- एक तरफ जहाँ शहर में कंक्रीट के जंगलो की भरमार , वातावरण में प्रदुषण , मोटर गाड़ियो का शोर , प्रत्येक व्यक्ति का अपने आप में व्यस्त होना , सामाजिक जीवन का अभाव और अन्य कमियां देखने को मिलती है I उसी के विपरीत ग्रामीण क्षेत्रो में वातावरण में स्वच्छता, प्रदुषण का न होना ही मन को मोह लेता है I ग्रामीण क्षेत्र का सामाजिक जीवन में परस्पर सहयोग और सहायता बहुत ही सहज देखने को मिलती है और ग्रामीण क्षेत्रो के लोग अपने आस – पास के क्षेत्रो की देखभाल करते है तथा उन्हें जीवंत और स्वस्थ्य बनाये रखते है I क्योकि इन सबसे ही उनके जीवन की अधिकतर आवश्यकताओं की पूर्ति होती हैं I 

 ग्रामीण अंचल                                       शहरी अंचल 

1. प्राकृतिक सुन्दरता तथा प्रदुषण 1. प्राकृतिक सुन्दरता की कमी तथा प्रदुषण मुक्त वातावरणI                                                         युक्त वातावरण I 

2. खुला वातावरण तथा चारो ओर     2. चारों ओर ऊँचे -ऊँचे मकान , इमारते हरियाली I तथा वातावरण में सघनता I 

3. आकस्मिक सेवओं की समय पर     3. शहरो में आकस्मिक सेवओं की सुलभता नहीं होती हैं जैसे चिकित्सा सुलभता I                  जैसे चिकित्सा सेवा ,क्षेत्र , प्राकृतिक आपदा आदि I                    प्राकृतिक आपदा के समय सहायता I

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प्रश्न 3. बगुला समाज के किस वर्ग का प्रतिक है और उनकी किन विशेषताओं को रेखांकित करता हैं ? आज के समाज में यह उदाहरण कितना प्रासंगिक है ?

उत्तर- आज के प्रगतिशील और प्रतिस्पर्धी समाज में बगुला का उदाहरण बहुत ही प्रासंगिक है क्योकि जिस प्रकार बगुला अपने ध्यान को एकाग्रचित रखते हुए अपने लक्ष्य पर ध्यान लगाता है और सही समय और औसर को देख अपने लक्ष्य अर्थात् मछली का शिकार करता है उसी प्रकार आज के विद्यार्थियो और प्रतियोगी परीक्षाओ के अभ्यर्थियों का जीवन होना चाहिए I वे सतत अपने लक्ष्य पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हुए उसे प्राप्त करने के लिए एकाग्रचित मन से प्रयत्न करना चाहिए, जिसमे वे अपने लक्ष्य को अवसर मिलते ही प्राप्त कर सके और यही बगुले के जैसा ध्यान और एकाग्रता ही उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफल बनाने में सहायक सिद्ध होगी I 

भाषा के बारे में –

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प्रश्न 1. प्रकृति का अनुराग – अंचल हिल रहा हैं , जो मानवीकरण का उदाहरण हैं I मानवीकरण अलंकार – जहाँ जड़ वस्तुओ या प्रकृति पर माननीय चेष्टाओं का आरोप किया जाता हैं वहां मानवीकरण अलंकार होता हैं I पाठ से मानवीकरण अलंकार के ऐसे ही अन्य उदाहरण लिखिए I 

उत्तर- मानवीकरण अलंकार – जहाँ जड़ वस्तुओ या प्रकृति पर माननीय चेष्टाओं का आरोप किया जाता हैं वहां मानवीकरण अलंकार होता हैं I                                                            उदाहरण – (1) बाँझ भूमि पर इधर-उधर (2) कांटेदार कुरूप खड़े हैं I (3) यह हरा ठिगना चना I (4) बांधे मुरैठा शिश पर I (5) अलसी हठीली I 

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प्रश्न 2. पाठ में ‘हरा ठिगना चना ‘ , ‘ हठीली अलसी’ , ‘चतुर चिड़िया’ आदि विशेषण युक्त शब्दों का प्रयोग किया गया हैं I इसी प्रकार आप अपने आस- पास के कुछ पौधों , पक्षियों, फलों, या जीव – जंतुओं को किस तरह के विशेषणों के साथ प्रस्तुत करना चाहेंगे I ऐसे उदाहरण दीजिए I 

उत्तर- विशेषणयुक्त शब्दों के उदाहरण – 

(1) कुत्तों के बच्चे बड़े ही नटखट होते हैं I  

(2) कोयल मधुर गीत गाती है I 

(3) फूलों की सुगंध बड़ी ही मनभावन हैं I 

(4) जीवों पर दया भाव रखना चाहिए I

(5) वृक्ष बड़े ही विशाल हैं I  

(6) रजनीगंधा की सुगंध बड़ी ही मादक हैं I

 (7) पक्षियों का कलरव कानों को प्रिय लगता है I

(8) आम बहुत ही रसीला फल हैं I

(9) कुर्ग की हवा में कॉफी की खुशबू समाहित है I

 (10) चन्दन का वृक्ष शीतल होता हैं I 

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