CG Board Class 10 Science Solutions Chapter 2 अम्ल क्षारक एवं लवण

 

 Class 10 Science 

Chapter 2

 अम्ल क्षारक एवं लवण



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प्रश्न 1. अचार को तांबे, एलुमिनियम के बर्तन में क्यों नहीं रखा जाता ? उत्तर- अचार को तांबे, एलुमिनियम के बर्तन इसलिए नहीं रखा जाता क्योंकि अचार खट्टे होते है इनमें अम्ल उपस्थित होता है जो धातु से अभिक्रिया करके हानिकारक (विषैला) यौगिक बनाते है । जिसके कारणवश ये खाने लायक नहीं रह जाते है।

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प्रश्न 2.मध्यान्ह भोजन करते समय थोड़ी सी सब्जी कुसुम के कपड़ो पर गिर गई I घर जाकर जब उसने उस स्थान पर साबुन लगाया तो कपड़ा लाल हो गया, इसका कारण समझाइए I उत्तर – मध्यान्ह भोजन करते समय थोड़ी सी सब्जी कुसुम के कपड़ो पर गिर गई। घर जाकर जब उसने उस स्थान पर साबुन लगाया तो कपड़ा लाल हो गया क्योकि सब्जी में हल्दी उपस्थित होता है, हल्दी एक प्राकृतिक सूचक है। हल्दी का रंग पीला होता है। हल्दी के रंग पर अम्ल का कोई असर नहीं होता है अर्थात अम्ल हल्दी के रंग को नहीं बदलता है, परंतु क्षार हल्दी के पीले रंग को भूरा लाल रंग में बदल देता है, जब साबुन कपड़े पे लगाया जाता है, जो कि एक क्षार हैं इस कारण कपड़े का रंग लाल हो जाता है।

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प्रश्न 3.सुरेश एक दृष्टिबाधित छात्र है वह किन – किन सूचकों का प्रयोग कर अम्ल एवं क्षार की पहचान कर सकता है ? उत्तर – सुरेश निम्न सूचकों का प्रयोग कर अम्ल एवं क्षार की पहचान कर सकता है -i) प्याज ii) वैनिला iii) लौंग तेल क्योंकि ये सभी घ्राण सूचक है, जो अम्ल और क्षार की उपस्थिति में गंध बदलते है।

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प्रश्न 1.धातु की तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से होने वाली अभिक्रिया को एक उदाहरण द्वारा समझाइए I उत्तर – i) धातुएँ सामान्यतः अम्ल से अभिक्रिया कर लवण बनाती है तथा हाइड्रोजन गैस का विस्थापन करती हैं।

अम्ल + धातु —–→ लवण + हाइड्रोजन

उदाहरण – हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की जिंक से अभिक्रिया द्वारा जिंक क्लोराइड बनाता है तथा हाइड्रोजन गैस विस्थापित होती है।

2HCl(aq) + Zn(s) —–→ ZnCl2 (aq) + H2

हाइड्रोक्लोरिक जिंक जिंक क्लोराइड हाइड्रोजनअम्ल 

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प्रश्न 2. कैल्शियम हाइड्रोजन कार्बोनेट की हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से होने वाली अभिक्रिया का संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए I उत्तर – Ca(HCO3)2+ 2HCl —–→ CaCl2 + 2H2O + 2CO2

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प्रश्न 3.अधात्विक ऑक्साइड की प्रकृति अम्लीय होती है उदाहरण दीजिए I उत्तर – कार्बन, सल्फर आदि अधातुएँ ऑक्सीजन के साथ क्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड आदि का निर्माण करते है जिनकी प्रकृति अम्लीय होती है क्योकि ये नम नीला लिटमस को लाल में बदल देते है। जो इनकी अम्लीयता को सिद्ध करता है ।

Page No.21, Chapter – 2 1. निम्नलिखित में से अम्लों को पहचानिए – HNO3Na2CO3, Ca(OH)2, HCl

उत्तर- (i) अम्ल – HNO3, HCl


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प्रश्न 2. सल्फ्यूरिक अम्ल प्रबल अम्ल तथा अमोनियम हाइड्रॉक्साइड दुर्बल क्षार हैं समझाइए I उत्तर – सल्फ्यूरिक अम्ल प्रबल अम्ल तथा अमोनियम हाइड्रॉक्साइड दुर्बल क्षार, कोई भी अम्ल या क्षार कितना प्रबल है या दुर्बल है यह उसके आयनन की मात्रा पर निर्भर करता है I प्रबल अम्ल तथा क्षार के अणु पूर्णतः आयनित होते है जैसे H2SO4 और दुर्बल अम्ल / क्षार के अणु आंशिक रूप से आयनित होते है जैसे की अमोनियम हाइड्रॉक्साइड (NH4OH) I 


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प्रश्न 3. जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड के कुछ टुकड़ो को सूखे लाल लिटमस पेपर पर रखा जाता है तब प्रारंभ में रंग में कोई परिवर्तन दिखाई नहीं देता, किन्तु कुछ समय पश्चात् उसका रंग नीला होने लगता है, कारण समझाइए I उत्तर – जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड के कुछ टुकड़ों को सुखे लाल लिटमस पेपर पर रखा जाता है तब प्रारंभ में रंग में कोई परिवर्तन नही दिखाई देता, क्योंकि सोडियम हाइड्राक्साइड अनार्द्र होता है : जैसे कि हम ज्ञात है शुष्क NaOH शुष्क लिटमस पत्र के रंग को नही बदलती क्योकि बिना जल की उपस्थिति में NaOH, OH- आयन का उत्सर्जन नहीं करता हैं परन्तु कुछ समय पश्चात नमी के कारण लिटमस पेपर का रंग नीला हो जाता है।


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प्रश्न 4. ग्लूकोज और स्टार्च के जलीय विलयन अम्लीय गुण प्रदर्शित नहीं करते, जबकि सल्फ्यूरिक तथा एसिटिक अम्ल करते हैं I क्यों ?

उत्तर – ग्लूकोज और स्टार्च के जलीय विलयन अम्लीय गुण इसलिए प्रदर्शित नहीं करते क्योकि ये जल में H+आयन नहीं बनाते और अम्ल वे होते हैं जो H+ आयन देते है जलीय विलयन में जैसे कि सल्फ्यूरिक तथा एसिटिक अम्ल ।


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प्रश्न 1. क्या क्षारीय विलयन में H+आयन उपस्थित होते हैं, अगर हाँ तो यह विलयन क्षारीय क्यों होता है?

उत्तर- हाँ, क्षारीय विलयन में H+आयन उपस्थित होते है प्रत्येक क्षारीय और अम्लीय विलयन में H+ आयन और OH उपस्थित रहते है, H+ तथा OH आयनों की संख्या मे व्युत्क्रम संबंध होता है। जब विलयन में OHआयनों की संख्या अधिक होती है तो H+ आयनों की संख्या कम होता है और उसका प्रवृति झारीय होती है ।


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प्रश्न 2. आपके पास दो जलीय विलयन ‘A’ एवं ‘B’ है I विलयन ‘A’ का pH मान 6 एवं विलयन ‘B’ का pH मान 8 है I किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक है? इनमें से कौन – सा विलयन अम्लीय तथा कौन – सा क्षारीय है?

उत्तर – विलयन A में H+आयन की सांद्रता अधिक है, इसमें विलयन A अम्लीय तथा विलयन B क्षारीय है।


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प्रश्न 3. जूली ने जब पाँच विलयन ‘A’, ‘B’, ‘C’, ‘D’, व ‘E’ की सार्वत्रिक सूचक से जांच की जब pH मान क्रमशः 9, 7, 1, 13 एवं 6 प्राप्त हुए I इस आधार पर बताइए कि कौन – सा विलयन – (अ) दुर्बल अम्लीय है (ब) दुर्बल क्षारीय है (स) प्रबल अम्लीय है (द) प्रबल क्षारीय है (इ) उदासीन है उत्तर – अ) दुर्बल अम्लीय – 6 

ब) दुर्बल क्षारीय – 9

स) प्रबल अम्लीय – 1 

द) प्रबल क्षारीय – 13

इ) उदासीन – 7


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प्रश्न 4. प्रश्न 3 में दिए गए आंकड़ो के आधार पर पाँचो विलयनों की हाइड्रोजन आयन सांद्रता को बढ़ते क्रम में लिखिए I  

उत्तर- अ) प्रबल अम्लीय – 1, ब) दुर्बल अम्लीय – 6 , स) उदासीन – 7, द) दुर्बल क्षारीय – 9, इ) प्रबल क्षारीय – 13


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प्रश्न 1. निम्नलिखित लवणों में से अम्लीय तथा क्षारीय मूलक पहचानिए – 

 NH4Cl, KNO3, (NH4)2 CO3, CuSO4 उत्तर – अम्लीय मूलक – NH4Cl, (NH4)2 CO3, CuSO4 क्षारीय मूलक – KNO3


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प्रश्न 2. पोटैशियम क्लोराइड के जलीय विलयन की प्रकृति क्या होगी ? समझाइए I उत्तर- पोटेशियम क्लोराइड का जलीय विलयन की प्रकृति उदासीन होता है, क्योंकि इसका निर्माण प्रबल अम्ल (HCl) और प्रबल क्षार (KOH) से बनती है इस कारण यह उदासीन होता है।


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प्रश्न 3.वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड की अधिकता जनजीवन को किस प्रकार प्रभावित करती है I

उत्तर – वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड, SO2 तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड अम्ल वर्षा के मुख्य कारण है और मुख्यतः इनका उत्सर्जन ईंधन के दहन से होता है । साथ ही वनस्पतियों के सड़ने तथा ज्वालामुखी के फटने से उत्पन्न गैसे भी इसका एक कारण है;। ये गैसे जल में घुलकर कार्बनिक अम्ल, सल्फ्यूरिक अम्ल तथा नाइट्रिक अम्ल बनाती है, यह जल पृथ्वी की सतह पर पहुंच कर वनस्पतियों, प्राणियों तथा इमारतों को नुकसान पहुंचाता है ।

 CO2+ H2O H2CO3

 2SO2 + O2 2SO3

 SO3 + H2O H2SO4

  3NO2 + H2O 2HNO3 + NO .


प्रश्न1. सही विकल्प चुनिए –

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(i) नींबू के रस में होंगे- (अ) H+ आयन अधिक, OH आयन कम

(ब) H+ आयन कम, OH आयन अधिक (स) H+ तथा OH आयन बराबर (द) केवल H+ आयन होते हैं।

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(ii) जब अम्ल किसी धातु कार्बोनेट से अभिक्रिया करता है तो बनते हैं-

(अ) लवण + जल

(ब) लवण + जल + कार्बन डाइऑक्साइड (स) लवण + सल्फर डाइऑक्साइड  

(द) लवण + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल

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(iii) निम्नलिखित में से प्रबल अम्ल नहीं है-

 (अ) HCI (ब) HNO3

 (स) CH3COOH (द) H2SO4

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(iv) उदासीन विलयन का pH मान होता है-

 (अ) 1 (ब) 0 (स) 14 (द) 7

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(v) सकीना के पेट में अम्लता के कारण जलन होने लगी, उसे आवश्यकता है-

 (अ) प्रबल अम्ल की (ब) प्रबल क्षार की

 (स) दुर्बल क्षार की (द) दुर्बल अम्ल की

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(vi) दंत क्षय का कारण है लार का pH –

 (अ) 6.5 हो जाना (ब) 7 हो जाना

 (स) 5.5 से कम हो जाना (द) 7.5 से अधिक हो जाना

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(vii) किस लवण की प्रकृति अम्लीय होती है-

 (अ) NaCI (ब) Na2SO4

 (स) NH4CI (द) KNO3

उत्तर – (i) अ , (ii) ब, (iii) स, (iv) द, (v) स, (vi) स, (vii) स


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प्रश्न 2. भोज्य पदार्थों में पाए जाने वाले किन्हीं दो अम्लों के नाम लिखिए। उत्तर- भोज्य पदार्थों में पाए जाने वाले अम्लों के नाम

1. सेब – मैलिक अम्ल 

2. टमाटर -ऑक्सलिक अम्ल


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प्रश्न 3. घ्राण सूचक के द्वारा अम्ल तथा क्षार की पहचान कैसे की जाती है? 

उत्तर- घ्राण सूचक जैसे वेनिला और लौंग का तेल इत्यादि । परीक्षण के लिए इनके तनु विलयन का उपयोग करना चाहिए। तनु अम्ल की उपस्थिति में वैनिला (घ्राण सूचक) अपनी गंध नहीं बदलता परन्तु तनु क्षार की उपस्थिति में इसकी मधुर गंध गायब हो जाती है।


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प्रश्न 4. ताजे दूध में pH का मान 6 होता है। दही बन जाने पर इसके pH में क्या परिवर्तन होगा ? उत्तर- दही बन जाने पर दूध का pH मान गिर जाता है, क्योंकि दूध से दही बनने की प्रक्रिया में लैक्टिक अम्ल का निर्माण होता है, जो दूध के pH मान को घटा देती है। इसलिए दुध का pH मान 6 से घटकर 4.5-5.5 हो जाता है।


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प्रश्न 5. आपको तीन परखनलियाँ दी गई हैं। इनमें से एक में आसुत जल एवं शेष दो में से एक में अम्लीय तथा दूसरे में क्षारीय विलयन है। यदि आपको केवल लाल लिटमस पत्र दिया गया है तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए विलयन की प्रकृति की पहचान कैसे करेंगे?

उत्तर- हमें ज्ञात है, कि अगर लाल लिटमस पेपर का रंग नीले रंग में बदल जाता है तो यह एक क्षार है और अगर कोई परिवर्तन नहीं होता है तो यह या तो अम्लीय या आसवित जल है। इस प्रकार क्षार विलयन की आसानी से पहचान की जा सकती है |

A, B और C के रूप में तीन परखनलियों को चिन्हित करें I A में से विलयन की एक बूंद लाल लिटमस पेपर पर डालते हैं। विलयन B और C के साथ भी यही दोहराते हैं। यदि इनमें से कोई भी लाल रंग को नीले रंग में परिवर्तित करता है, तो यह क्षार है। इस प्रकार तीनों में से एक की पहचान हो गई है।

शेष दो में से कोई भी अम्लीय या आसवित जल हो सकता है। अब क्षार विलयन की एक बूंद शेष दो विलयन में से प्रत्येक की एक बूंद के साथ मिश्रित करते हैं और फिर मिश्रण की बूंदों का अवलोकन करते हैं, अगर मिश्रण का रंग नहीं बदलता है तो वह विलयन अम्ल होगा और अगर बदलता होगा तो वह विलयन आसवित जल होगा। क्योंकि अम्ल और क्षारीय विलयन एक दूसरे को उदासीन कर देते है ।


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प्रश्न 6. नीलम तथा मनीष ने प्रयोग करते समय शुष्क सोडियम क्लोराइड में सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल डाला। अभिक्रिया के फलस्वरूप गैस निकली। मनीष ने परखनली के मुँह के समीप शुष्क नीला लिटमस पत्र रखा तो कोई परिवर्तन नहीं हुआ किन्तु जब गीला लिटमस पत्र रखा तो वह लाल हो गया। इसका कारण समझाइए।

उत्तर- अम्ल, जलीय विलयन में विघटित होकर हाइड्रोजन आयन (H+) उत्पन्न करते हैं जो उनकी गुण को प्रदर्शित करते है I शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस और शुष्क लिटमस पत्र दोनों में ही जल का अभाव होने के कारण हाइड्रोजन आयन उत्पन्न नहीं हो पाते है। इसलिए शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को नहीं बदलती है। 


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प्रश्न 7. कुछ पदार्थों के pH मान निम्नलिखित है:-सारणी में दिए गए आंकड़ों का विश्लेषण करनिम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

(अ) किन पदार्थों की प्रकृति क्षारीय है?

(ब) किन पदार्थों की प्रकृति अम्लीय है?

(स) किन पदार्थों की प्रकृति उदासीन है?

उत्तर- (A) नींबू का रस – 2.2pH

 सिरका – 5.5 pH इनकी प्रकृति अम्लीय है।

(B) खान के सोडे का विलयन – 8.2 pH 

 सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन – 13 pH इनकी प्रकृति क्षारीय हैं।

 (C) पानी – 7 pH इसकी प्रकृति उदासीन है।


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प्रश्न 8. अम्ल ‘A’ तथा ‘B’ दो बीकर में लिए गए हैं। अम्ल ‘A’ का जल में आंशिक आयनन होता है जबकि अम्ल ‘B’ का जल में पूर्ण आयनन होता है। इस आधार पर बताइए- (अ) ‘A’ तथा ‘B’ में कौन सा अम्ल दुर्बल तथा कौन-सा प्रबल है I (ब) दुर्बल अम्ल किसे कहते हैं? (स) प्रबल अम्ल किसे कहते हैं? (द) प्रत्येक के उदाहरण दीजिए। उत्तर- (A) दुर्बल अम्ल A – क्योकि हमे पता है कि किसी भी अम्लीयता का परिमाण विलयन में उपस्थित हाइड्रोजन आयन की संख्या पर निर्भर करता है, तो जो अम्ल जितनी आसानी से और अधिक H+ आयन देगा उतना ही अच्छा अम्ल होगा पर A, B की अपेक्षा में कम आयनित हो रहा है इस कारण दुर्बल अम्ल है I

(B) प्रबल अम्ल B – जो अम्ल जल में आसानी से हाइड्रोजन आयन निकालता है वह प्रबल अम्ल होता है और यह B, A की तुलना में अधिक आयनन हो रहा है इसलिए यह B प्रबल अम्ल है।

(C) प्रबल अम्ल – H2SO.HCl दुर्बल अम्ल – CH3COOH


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प्रश्न 9. धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन सी गैस निकलती है? आप निकलने वाली गैस का परीक्षण कैसे करेंगे? मैग्नीशियम धातु का उदाहरण लेकर समझाइए। उत्तर- सामान्यतः धातुएँ अम्लों से अभिक्रिया कर लवण बनाती है तथा हाइड्रोजन गैस का विस्थापन करती है। 

अम्ल + धातु लवण + हाइड्रोजन गैस

 Mg + 2HCl(तनु) → MgCl2 + H2

एक परखनली में लगभग 1/4 भाग तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लेकर उसमें मैग्नीशियम धातु के दानेदार चूरण या मैग्नीशियम के पत्तीओ का छोटा टुकड़ा कर डाले इसके फलस्वरूप एक गैस निकलती है इसके परीक्षण के लिए परखनली के मुंह से निकलने वाले गैस के मार्ग मे जलती हुई माचिस की तीली ले जाएं तो हम देखते है कि गैस नीली लौ के साथ जलने लगती है तथा पाँप की आवाज उत्पन्न होती है और हमें पता चल जाता है कि यह गैस हाइड्रोजन है।


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प्रश्न 10. अंडे के छिलके की तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से अभिक्रिया कराने पर बुदबुदाहट के साथ एक गैस निकलती है तथा झाग बनती है। झाग के बैठ जाने के पश्चात् परखनली के अंदर सुलगती हुई अगरबत्ती ले जाने पर यह बुझ जाती है। इस क्रियाकलाप को निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर समझाइए-

 • प्रयोग विधि

 • उपकरण का चित्र

 • अभिक्रिया का संतुलित रासायनिक समीकरण

उत्तर- (i) प्रयोग विधि एक परखनली मे 0.5 g अंडे के छिलके लें।

→ अब इस परखनली में 5 ml तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल थिसिल फनल द्वारा डालें I

→ जैसे ही अंडे के छिलके के साथ तनु अम्ल अभिक्रिया करता है. बुदबुदाहट के साथ एक गैस निकलती है तथा झाग बनती है।

(ii) उपकरण का चित्र →

(iii) इस अभिक्रिया में धातु कार्बोनेट का अम्ल के साथ क्रिया कर लवण, कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल का निर्माण करती है ।

धातु कार्बोनेट + तनु अम्ल → लवण + CO2 + H2O (l)

CaCO3 (s) + dil. 2 HCl (l) → CaCl2 (aq) + CO2 (g) + H2O (l) 


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प्रश्न 11. टिकेश्वरी के खेत की मिट्टी का pH मान 4.2 है। धान की अच्छी उपज के लिए वह मिट्टी के pH पर किस प्रकार नियंत्रण रख सकती है? उत्तर- धान के उत्पादन के लिए अनुकूल मिट्टी वह होती है जिसका pH 5 से 8 पाया जाता है। मिट्टी का pH इस स्तर से ज्यादा या कम होने पर फसल का उत्पादन प्रभावित न हो इसके लिए टिकेश्वरी को खेतों में खाद या चूना या राख डालना चाहिए |


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प्रश्न 12. उदासीनीकरण अभिक्रिया किसे कहते हैं? दो उदाहरणों द्वारा समझाइए। उत्तर- अम्ल और क्षार के बीच की अभिक्रिया होने पर लवण और जल का निर्माण होता है, इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते है।

 अम्ल + धातु लवण + जल

example – (i) HCl + NaOH NaCl (aq)+ H2O (l)  

 अम्ल क्षार लवण जल

 (ii) HCl + KOH KCl (aq) + H2O  

 अम्ल क्षार लवण जल


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प्रश्न 13. समारू ने ताजे दूध में खाने का सोडा मिलाकर उसका pH मान 6 से बदलकर 8 कर दिया। इस दूध से दही बनने में अधिक समय लगेगा क्यों?

उत्तर- समारु ने ताजे दूध में खाने का सोडा मिलाकर उसका pH 6 से बदलकर 8 कर दिया | इस दुध से दही बनने में अधिक समय लगता है क्योकि इस प्रक्रिया में बना लैक्टिक अम्ल पहले झारक को उदासीन करता है फिर अम्लीय होता है, जिसके कारण दही बनता है ।


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प्रश्न 14. लवण किसे कहते हैं? किसी लवण की प्रकृति किस प्रकार निर्धारित होती है? NH4NO3, और Na2CO3, का उदाहरण लेकर समझाइए।

 उत्तर- लवण ऐसे आयनिक यौगिक है जिसमें एक भाग धन आवेशित और दूसरा भाग ऋण आवेशित होता है, इसमें धनात्मक आवेशों की संख्या ऋणात्मक आवेशों की संख्या के बराबर होती है और लवण विद्युत उदासीन होता है।

लवण की प्रकृति उसके क्षारीय मूलक तथा अम्लीय मूलक की प्रबलता और दुर्बलता पर निर्भर करता है I

(1) दुर्बल अम्ल + प्रबल क्षार → क्षारीय लवण

(2) प्रबल अम्ल + दुर्बल क्षार → अम्लीय लवण

(3) दुर्बल अम्ल + दुर्बल क्षार → उदासीन लवण

(4) प्रबल अम्ल + प्रबल क्षार → उदासीन लवण

HNO+ NH4OH → NH4NO3 + H2O

प्रबल अम्ल दुर्बल क्षार अम्लीय लवण 

Na2CO+ NaOH + H2CO→ Na2CO3 + H2O 

दुर्बल प्रबल अम्ल प्रबल क्षार क्षारीय लवण

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