CG Board Class 10 Science Solutions Chapter 4 तत्वों का आवर्ती वर्गीकरण

 

Class 10 Science

 Chapter 4 

तत्वों का आवर्ती वर्गीकरण


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प्रश्न 1. दी गई सारणी का अवलोकन कीजिए और बताइए कि –

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(i) समूह “अ” के मध्य में कौन सा तत्व आएगा ?

उत्तर – सोडियम (Na)

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(ii) समूह “ ब ” के मध्य वाले तत्व का परमाणु भार क्या होगा ?

उत्तर- 88.7

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(iii) समूह “ स” के मध्य वाले तत्व का परमाणु भार क्या होगा ? उत्तर – 81.2 

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प्रश्न 2. डॉबेराइनर के वर्गीकरण की क्या सीमाएँ हैं ? 

उत्तर – डॉबेराइनर उस समय तक ज्ञात तत्वों में से केवल तीन त्रिक ही बना सकते थे, उनका नियम कुछ ही तत्वों के लिए सही पाया गया था। यहीं इस नियम की सीमाएं थी।

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प्रश्न 3. सारणी – 3 के आधार पर बताइए, सोडियम के गुण किन – किन तत्वों से मिलते हैं ? उत्तर – सारणी – 3 के आधार पर (Na) सोडियम के गुण उसी वर्ग तत्व (Li) लिथियम और (K) पोटेशियम के गुणों के साथ मिलते है I

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प्रश्न 1. लोथर मेयर के द्वारा तत्वों के वर्गीकरण का आधार क्या है ? उत्तर – लोथर मेयर के द्वारा परमाणु आयतन और परमाणु भार के आधार पर तत्वों का वर्गीकरण किया था I

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प्रश्न 2. मेंडलीफ की आवर्त सारणी के समूह 1 व 2 में पाए जाने वाले प्रथम चार – चार तत्वों के नाम तथा संकेत लिखिए I उत्तर – मेंडलीफ की आवर्त सारणी के समूह 1 के प्रथम चार तत्व निम्नलिखित है ,

(i) हाइड्रोजन (H)

(ii) लिथियम (Li) 

(iii) सोडियम (Na)

(iv) पोटेशियम (K)

तथा, मेंडलीफ की आवर्त सारणी के समूह 2 के प्रथम चार तत्व निम्न हैं –

(i) बेरेलियम (Be)

(ii) मैग्नीशियम (Mg)

(iii) कैल्शियम (Ca)

(iv) जिंक (Zn)

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प्रश्न 3. मेंडलीफ की आवर्त सारणी में कुछ रिक्त स्थान छोड़े गए थे, उनमें रखे गए तत्वों के नाम लिखिए I  

उत्तर- मेंडलीफ की आवर्त सारणी में कुछ स्थान रिक्त छोड़े गए थे। इन रिक्त स्थानों में एका – बोरॉन, एका – एल्युमिनियम तथा एका – सिलिकॉन के स्थान पर क्रमशः: स्कैंडियम, गैलियम, जर्मेनियम को रखा गया ।

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प्रश्न 4. उन दो तत्वों के नाम लिखिए जिनके संदिग्ध परमाणु भार में मेंडलीफ द्वारा सुधार किया गया I उत्तर – बेरेलियम, इंडियम, यूरेनियम आदि तत्वों के संदिग्ध परमाणु भार को संयोजकता के आधार पर ठीक किया गया I 

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प्रश्न 5. अक्रिय गैसों को एक पृथक समूह में रखने का क्या कारण है ? लिखिए I 

उत्तर – मेंडलीफ के समय तक अक्रिय गैसों की खोज नहीं हुई थी। इसलिए आवर्त सारणी में इनके लिए कोई स्थान नहीं रखा गया था ।

इन गैसों की खोज के पश्चात, इन तत्वों का एक अलग समूह बनाकर आवर्त सारणी में शून्य समूह के रूप में जोड़ा गया I

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प्रश्न 1. आधुनिक आवर्त नियम के अनुसार तत्वों के गुणधर्म किसके आवर्ती फलन होते हैं ? उत्तर – आधुनिक आवर्त नियम के अनुसार तत्वों के गुणधर्म उनकी परमाणु संख्या के आवर्ती फलन होते हैं। 

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प्रश्न 2. दूसरे आवर्त में तत्वों की संख्या कितनी होगी ? 

उत्तर – दूसरे आवर्त में तत्वों की संख्या 08 होती है।

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प्रश्न 3.क्या आप विभिन्न तत्वों के समस्थानिकों का स्थान आवर्त सारणी में सुनिश्चित कर सकते हैं ? स्पष्ट कीजिए I 

उत्तर- समस्थानिक (Isotope) एक ही तत्व के परमाणु जिनकी परमाणु संख्या समान होती है, परंतु परमाणु भार अलग – अलग होते है, उसे समस्थानिक कहा जाता है, इनमें प्रत्येक परमाणु में समान प्रोटॉन होते है। जबकि न्यूट्रॉन की संख्या अलग – अलग होती है, इस कारण परमाणु संख्या समान रहती है, लेकिन परमाणु का द्रव्यमान अलग – अलग हो जाता है, समस्थानिक का अर्थ समान स्थान से है लेकिन आवर्त सारणी में तत्वों को परमाणु संख्या के आधार पर अलग रखा जाता है, जबकि समस्थानिक में परमाणु संख्या के समान होने के कारण उन्हें अलग स्थान नहीं दिया जा सकता है।

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प्रश्न 4. आधुनिक आवर्त सारणी में आर्गन एवं पोटेशियम के स्थान कैसे निर्धारित किए गए है ?

उत्तर- आधुनिक आर्वत सारणी में प्रत्येक तत्वों का स्थिति (स्थान) उनके इलेक्ट्रॉनिक विन्यास के आधार पर निश्चित की गई है,

इस प्रकार से ही K, और Ar की स्थिति तय की गई है,

K19 = 2, 8, 8, 1

Ar = 2, 8, 8

Ar शून्य समूह में आता है क्योंकि इसका अष्टक पूर्ण है I

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प्रश्न 5. तीन तत्वों x, y एवं z की परमाणु संख्या क्रमशः 6, 10 एवं 18 है तो बताइये कि –

(i) कौन से दो तत्व समान वर्ग के है ? 

उत्तर- y और z (10, 18) – शून्य वर्ग 

(ii) कौन से दो तत्व समान आवर्त के हैं ? 

उत्तर- x और y (6, 10) – दूसरा आवर्त

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प्रश्न 1. किसी तत्व के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास से आप संयोजकता की गणना कैसे करेंगे ?

उत्तर – किसी तत्व के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास के आधार पर हमें उस तत्व के बाह्यतम कोश में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या ज्ञात होती है, तथा इलेक्ट्रॉनों की संख्या या अष्टक पूर्ण करने के लिए आवश्यक इलेक्ट्रॉनों की संख्या संयोजकता कहलाती है।

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प्रश्न 2. समूह में ऊपर से नीचे आने पर संयोजकता किस प्रकार परिवर्तित होती है ? उत्तर – किसी समूह में ऊपर से नीचे आने पर संयोजकता अपरिवर्तित होती है। उस वर्ग समूह) की संयोजकता समान रहती है।

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प्रश्न 1. किसी वर्ग (समूह) में आयनन ऊर्जा किस प्रकार परिवर्तित होती है ? 

उत्तर – किसी वर्ग (समूह) में ऊपर से नीचे आने पर आयनन ऊर्जा का मान कम होता जाता है।

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प्रश्न 2. एक ही आवर्त के तत्वों की आयनन ऊर्जा में किस प्रकार परिवर्तन होता है ? उसका कारण समझाइए I उत्तर- एक ही आवर्त के तत्वों में बाई से दाई तरफ बढ़ते हुए हम देखते है कि सभी तत्वों में कक्षाओं की संख्या समान है लेकिन परमाणु संख्या बढ़ती जाती है, जिसके कारण नाभिकीय आवेश में वृद्धि होती हैं I अतः इलेक्ट्रॉनो पर नाभिकीय आकर्षण बढ़ जाने के कारण बाहरी कोश के इलेक्ट्रॉनो को निकालने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसलिए आवर्त में बाई से दाई ओर जाने पर आयनन ऊर्जा का मान बढ़ता है।

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प्रश्न 1. इलेक्ट्रॉन बंधुता किस प्रकार विद्युत ऋणता से भिन्न है ? 

उत्तर – विद्युत ऋणता सहसंयोजक बंध से जुड़े दो परमाणुओं के साझे के इलेक्ट्रॉन युग्म को किसी एक परमाणु द्वारा आकर्षित करने का गुण है। यह एक सापेक्ष संख्या है, तथा इसकी कोई इकाई नहीं होती है। जबकि इलेक्ट्रॉन बंधुता स्वतंत्र गैसीय परमाणु में एक इलेक्ट्रान जोड़ने पर मुक्त ऊर्जा इसकी इकाई eV है । 

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प्रश्न 2. किसी वर्ग के तत्वों की इलेक्ट्रॉन बंधुता सर्वाधिक होती है ? उत्तर- आधुनिक आवर्त सारणी समूह 17 में उपस्थित तत्वों की इलेक्ट्रॉन बंधुता सर्वाधिक है। इसी वर्ग 17 में ऊपर से नीचे आने पर इसका मान कम होता है।

प्रश्न 1. सही विकल्प चुनिए-

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(i) किस तत्व का आवर्त सारणी में स्थान निश्चित नहीं है-

 (अ) सोडियम (ब) क्लोरीन (स) हीलियम (द) हाइड्रोजन

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(ii) मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में तत्वों को व्यवस्थित किया गया है-

 (अ) अणुभार के वृद्धि क्रम में (ब) परमाणु भार के वृद्धि क्रम में

 (स) परमाणु संख्या के वृद्धि क्रम में (द) परमाणु त्रिज्या के वृद्धि क्रम में

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(iii) आधुनिक आवर्त नियम प्रतिपादित किया-

 (अ) न्यूलैंड्स ने (ब) मोसले ने

 (स) मेन्डेलीफ ने (द) डॉबेराइनर ने

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(iv) समूह में ऊपर से नीचे आने पर धात्विक गुण –

(अ) न तो बढ़ता है और न ही घटता है  

(ब) घटता है

(स) बढ़ता है  

(द) पहले बढ़ता है फिर घटता है।

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(v) Na, Li, K के आकार का बढ़ता हुआ क्रम होगा-

 (अ) Li < Na < K (ब) K< Na< Li

 (स) Na< Li< K (द) इनमें से कोई नहीं

उत्तर – (i) द , (ii) ब, (iii) ब, (iv) स, (v) अ

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प्रश्न 2. एक ही वर्ग में उपस्थित तत्वों के रासायनिक गुणधर्म समान होते हैं, क्यों? उत्तर – आवर्त नियम के अनुसार तत्वों को उनकी परमाणु संख्या के बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित करने पर के गुण में आवर्तिता (Periodicity) पायी जाती है। बढ़ती हुई परमाणु संख्या के साथ इलेक्ट्रॉनिक विन्यास की पुनरावृत्ति ही गुणों की आवर्तिता का आधार है। इसलिए एक ही वर्ग में उपस्थित तत्वों की रासायनिक गुण धर्म समान होता है।

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प्रश्न 3. हाइड्रोजन को किस समूह तथा किस आवर्त में रखना चाहिए? तर्क दीजिए। उत्तर – हाइड्रोजन के द्वारा ऋण आयन (H) और धन आयन (H+) दोनों बनाने की क्षमता के कारण वह रासायनिक गुणों में समूह 17 के सदस्यों (जो ऋण आयन देते हैं ) और समूह 1 के सदस्यों (जो धन आयन देते है) दोनों के समान है। इसलिए मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की तरह ही आधुनिक आवर्त सारणी में भी उसका स्थान अनिश्चित है। लेकिन हाइड्रोजन को सामान्यतः समूह एक के शीर्ष पर दर्शाया जाता है, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास को देखते हुए ।

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प्रश्न 4. निम्नलिखित जोड़ों में से उस तत्व को चुनिए जिसका आकार बड़ा है तथा उसका कारण भी लिखिए।(i) Mg (परमाणु संख्या 12) या CI (परमाणु संख्या 17 ) (ii) Na ( परमाणु संख्या 11) या K (परमाणु संख्या 19 )

उत्तर – (i) Mg (12) और Cl (17) मे Mg बड़ा है। 

कारण → हमें ज्ञात है कि आवर्त में बाई से दाई ओर जाने पर परमाणु त्रिज्या घटती है। नाभिक मे आवेश बढ़ने से नाभिक इलेक्ट्रानों को ज्यादा आकर्षित करता है, जिससे परमाणु का आकार घटता जाता है, इस कारण Mg आवर्त में बाई ओर आने के कारण इनका आकार बड़ा है I

(ii) Na(11) और K(19) मे पोटेशियम (K) का आकार बड़ा है I

कारण → किसी भी समुह मे ऊपर से नीचे जाने पर परमाणु का आकार बढ़ता है। इसका कारण यह है कि नीचे जाने पर परमाणु का आकार बढ़ता है I इसका कारण यह है कि निचे जाने पर एक नया कोश जुड़ जाता है। इससे नाभिक और बाहरी कोश के बीच की दूरी बढ़ जाती है। और समूह मे नीचे की ओर K आता है, इस कारण K का आकार Na से बड़ा है।

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प्रश्न 5. तीन तत्वों A, B एवं C की परमाणु संख्या क्रमशः 3, 9 एवं 11 है। कारण सहित व्याख्या कीजिए कि किन दो तत्वों के रासायनिक गुण समान होंगे।

उत्तर – तीनो तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास इस प्रकार होगा

 A – 3 1s22s1

 B – 9 1s22s22p5

 C – 11 1s22s22p63s1 

हम देखते है की तत्व A(3) और तत्व C(11) का रासायनिक संयोजन सेल में इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान है, इसका मतलब A और C तत्वों की संयोजकता समान है और ये आवर्त सारणी के किसी एक ही समूह के तत्व है इसलिए इन दोनों तत्वों की रासायनिक गुण समान होंगे ।

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प्रश्न 6. तीन तत्वों की परमाणु संख्या क्रमशः 5,7 एवं 10 है बताइए कि – (i) कौन सा तत्व वर्ग 18 का है? (ii) कौन सा तत्व वर्ग 15 का है? (iii) कौन सा तत्व वर्ग 13 का है? ये सभी तत्व किस आवर्त के हैं?

उत्तर – (i) परमाणु क्रमांक 10. जो की नियोन है. इसको Ne के माध्यम से दर्शाया जाता है। और Ne का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास Ne (10) – 1s22s22p6 इसका अष्टक पूर्ण है इसलिए यह तत्व वर्ग 18 में होगा I

(ii) परमाणु क्रमांक 7 जो कि Nitrogen है IN(7) – 1s22s22p3, 2s22p3 इलेक्ट्रॉनिक विन्यास समूह 15 का है इस कारण यह तत्व वर्ग 15 में आएगा ।

(iii) परमाणु क्रमांक 5 जो की ‘B’ बोरोन है ।B(5) – 1s22s22p12s22p1 यह इलेक्ट्रॉनिक विन्यास समूह 13 का सामान्य विन्यास है I इस कारण यह तत्व वर्ग 13 मे आयेगा।

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प्रश्न 7. किसी त्रिक के तीन तत्व ‘A’. ‘B’ एवं ‘C’ में ‘A’ का परमाणु भार 7 एवं C का परमाणु भार 39 है तो डोबेराइनर त्रिक नियम के अनुसार तत्व ‘B’ का परमाणु भार क्या होगा? 

उत्तर -डॉबरोइनर का त्रिक नियम के अनुसार समान गुण वाले तीन तत्वों को यदि उनके बढ़ते हुए परमाणु भार के क्रम में व्यवस्थित किया जाए तो समुह के बीच वाले तत्व का परमाणु भार तथा गुण धर्म शेष दो तत्वों के परमाणु भारो का औसत तथा गुणधर्म उनके मध्य होते हैं । 

इसलिए → B = A + C2

 B = 7 + 392

 B = 23  

परमाणु B का परमाणु भार 23 होगा जो की सोडीयम है।

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प्रश्न 8. आवर्त सारणी का एक भाग दिया गया है- 

यदि हम बाएँ से दाएँ क्षैतिज रूप से चलते हैं तो –

(i) तत्वों के धात्विक गुणों में क्या परिवर्तन होगा?

(ii) विद्युत ऋणता में क्या परिवर्तन होगा?

(iii) आयनन ऊर्जा में क्या परिवर्तन होगा? उत्तर – (i) दिये गये आवर्त सारणी में बाएं से दाएँ क्षैतिज रूप से चलने से धात्विक गुणों में कमी आयेगी Iकारण→ हम जानते है कि जो तत्व इलेक्ट्रॉन त्याग कर धनायन बनाते है . धातुएं कहलाते है । और आवर्त सारणी में बाएँ से दाएँ चलने पर नाभिकीय ऊर्जा में वृद्धि होती है और इलेक्ट्रॉन का त्याग आसानी से संभव नहीं हो पाता इस कारण धात्विक गुणों में कमी आती है।

(ii) विद्युत ऋणता बढ़ेगी में Li से Cl तक चलने में I कारण →सामान्यतः किसी आवर्त में बाई से दाई ओर जाने पर विधुत ऋणता बढ़ती है क्योंकि नाभिकिया ऊर्जा बढ़ता है, जिससे इलेक्ट्रॉनों को आकर्षित करने का परिमाण भी बढ़ता है। इस कारण विधुत ऋणता बढ़ेगी ।

(iii) आयनन ऊर्जा का मान बढ़ेगा Li से Cl तक चलने में Iकारण → दाएँ से बाएँ चलने पर इलेक्ट्रॉनों की संख्या बढ़ती है और साथ ही साथ नाभिकीय ऊर्जा भी बढ़ता है जिससे इलेक्ट्रॉनों पर नाभिकीय आकर्षण बढ़ जाने के कारण बाहरी कोश के इलेक्ट्रॉन को निकालने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसलिए प्रायः आयनन ऊर्जा का मान बढ़ता जाता है।

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प्रश्न 9. मेन्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में रिक्त स्थान क्यों छोड़े थे? अपने उत्तर की व्याख्या एक उदाहरण द्वारा कीजिए।

उत्तर – मेन्डलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में कुछ स्थान रिक्त छोड़ दिए थे। क्योंकि उन्होंने कुछ ऐसे तत्वों के अस्तित्व का अनुमान लगाया जो उस समय तक ज्ञात नहीं थे। इनका नामकरण उन्होंने उसी समुह मे इससे पहले आने वाले तत्व के नाम मे ‘एका ‘ उपसर्ग लगाकर किया |

उदाहरण – बाद में खोजे गए तत्व स्कैडियम गैलियम, जर्मेनियम को क्रमश: एका बोरॉन, एका एल्युमिनियम तथा एका सिलिकॉन कहा |

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प्रश्न 10. क्या डॉबेराइनर के त्रिक, न्यूलैंड्स के अष्टक स्तन में भी पाए जाते हैं? तुलना कर लिखिए। 

उत्तर – डॉबेराइनर के त्रिक और न्यूलैंड्स के अष्टक स्तंभ में कुछ समानताएं तथा कुछ असमानताएं है I

जैसे – डॉबरोइनर और न्यूलैंड्स के अष्टक में तत्वों की व्यवस्था बढ़ते हुए परमाणु भार पर आधारित है I

विभिन्नता – डॉबेराइनर के अनुसार तत्वों को त्रिक में व्यवस्थित किया गया है जिसमें बीच वाले तत्व का परमाणु भार अन्य दो तत्वों के परमाणु भार का औसत है I उदाहरण – Li Na K न्यूलैंड्स अष्टक नियम के अनुसार तत्वों को इस क्रम में व्यवस्थित किया गया है कि एक निश्चित अंतराल के बाद उनके गुणों की पुनरावृत्ति होती है और प्रत्येक आठवें तत्व की विशेषता या गुण धर्म पहले तत्व के गुणधर्म से मिलता है। उदाहरण- Li Na K

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प्रश्न 11. आधुनिक आवर्त सारणी में समूह में ऊपर से नीचे जाने पर और बाएँ से दाएँ जाने पर निम्नलिखित गुणों में किस प्रकार परिवर्तन होता है? संयोजकता परमाणु आकार, आयनन विभव, विद्युत ऋणता ।

उत्तर -(1) संयोजकता → आधुनिक आवर्त सारणी में समूह में ऊपर से नीचे जाने पर संयोजकता में कोई परिवर्तन नहीं आता है। और दाएं से बाएँ जाने पर आवर्त में संयोजकता बढ़ती है।

(2) परमाणु आकार → आवर्त सारणी मे समुह मे ऊपर से नीचे आने पर परमाणु आकार में वृद्धि होती है क्योकि नया कोश जुड़ जाता है। और दाएँ से बाएँ जाने पर घटता है।

(3) आयनन विभव→ आवर्त सारणी में समूह में ऊपर से निचे आने पर परमाणु आयनन ऊर्जा कम हो जाता है , क्योकि समुह में निचे जाने पर नए कोश जुड़ते जाते है और अंतिम इलेक्ट्रोन और नाभिक के बीच दुरी बढ़ जाती है इसलिए आयनन ऊर्जा घट जाती है I 

दाएँ से बाएँ जाने पर आयनन ऊर्जा बढ़ जाता है क्योकि परमाणु का आकार घट जाता है और नाभिकीय ऊर्जा का परिमाण भी बढ़ जाता है I इस कारण आयनन ऊर्जा बढ़ जाता है I

(4) विद्युत ऋणता→ आर्वत सारणी मे ऊपर से नीचे आने पर विद्युत ऋणता घटती है क्योकि विद्युत ऋणता परमाणु आकार व्युत्क्रमानुपाती होता है और नाभिकीय ऊर्जा का समानुपाती इस कारण आकार बढ़ने से विधुत ऋणता घटता है।

दाएँ से बाएँ जाने पर विद्युत ऋणता बढ़ता है क्योंकि प्रमाणु आकार घटता है और नाभिकीय ऊर्जा बढ़ता है इस कारण विद्युत ऋणता बढ़ता है ।

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प्रश्न 12. एक तत्व B का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 7 है तथा वह तत्व A के साथ अभिक्रिया कर AB2, प्रकार का आयनिक यौगिक बनाता है, तत्व A की संयोजकता क्या होगी? उत्तर – तत्व B का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास → 2, 8, 7 इससे यह स्पष्ट है कि किसी तत्व के बाह्यतम कोश में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या या अष्टक पूर्ण करने के लिए आवश्यक इलेक्ट्रॉनों की संख्या संयोजकता कहलाता है और यहा पर तत्व B की संयोजकता -1 है और वह तत्व A के साथ AB2 बनाता है I यह B के दो ऋण आवेश को बराबर करने के लिए 2 धनात्मक आवेश की आवश्यकता है जो तत्व A पूर्ण करता है इसलिए तत्व

A का संयोजकता +2 होगा |

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प्रश्न 13. आधुनिक आवर्त सारणी एवं मेंडलीफ की आवर्त सारणी में तत्वों की व्यवस्था की तुलना कीजिए।

उत्तर- 

मेंडलीफ आवर्त सारणी आधुनिक आवर्त सारणी
(i) समान गुणधर्म वाले तत्वों के समुह बनाने पर उन्होंने पाया कि तत्व अपने परमाणु भार के बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित हो गये थे।(ii) इस समय तत्वों की संख्या 63 थी I
(iii) तत्वों के भौतिक व रासायनिक गुण उनके परमाणु भारों के आवर्ती फलन होते है I 
(iv) मेंडलीफ की आवर्त सारणी में उर्ध्व स्तम्भ को समुह / वर्ग (Group) कहते है, तथा क्षैतिज पंक्तियों को आवर्त (Period) कहते है | Group – 8, Period – 6
(v) मेंडलीफ की आवर्त सारणी में समस्थानिकों के लिए स्थान निर्धारित नहीं था।
(vi) इसमें कुछ भारी तत्वों को हल्के तत्वों से पहले रखा गया है I Co: 58.93, Ni: 58.71
(i) आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों की व्यवस्था बढ़ते हुए परमाणु क्रमांक पर आधारित है I
(ii) इस समय 118 तत्वों की खोज हो चुकी थी I(iii) तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुण उनके परमाणु संख्या के आवर्ती फलन होते हैं।(iv) आधुनिक आवर्त सारणी में उर्ध्व स्तम्भ को समुह / वर्ग (Group) कहते है तथा क्षैतिज पंक्तियों को आवर्त (Period) कहते है। Group – 18, Period – 7(v) आधुनिक आवर्त सारणी में समस्थानिको के लिए स्थान है क्योकि यह परमाणु क्रमांक के बढ़ते क्रम पर आधरित है I(vi) इसमें परमाणु संख्या बढ़ते क्रम पर व्यवस्थित है यह असंगत नहीं है तत्वों के व्यवस्था पर I

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